गीता सार - वन लाइनर गीता

 मुझे बताओ, दूरदर्शन चैनल लगभग सभी परिवारों द्वारा देखे जा रहे हैं, आपने कभी दूरदर्शन पर भगवद गीता के बारे में सुना है ?स्कूलों में गीता नहीं पढ़ाई जाती। गीता का अर्थ और शिक्षण महा विद्यालयों में नहीं पढ़ाया जाता। निजी कोचिंग क्लास, शिक्षण संस्थान कभी गीता नहीं पढ़ाते।

किशोरावस्था में कोई गीता नहीं पढ़ाता।  40/50 की उम्र तक सभी कमाई और भविष्य की योजना बनाने में लगे रहते हैं।  सारा जीवन ऐसेही व्यतीत हो जाता है। आपको कैसे समझाऊं कि गीता के अलावा कोई विकल्प नहीं है?

जाने-अनजाने में हमने खुद अपनी जान जलाई है। किसी भी पुरुष या महिला से पूछें जो 40 वर्ष की आयु तक पहुँच गया है, क्या वह गीता का एक भी श्लोक और उसका अर्थ जानता है?

यहाँ गीता के सभी 18 अध्यायों का सार मात्र 18 वाक्यों में देता हूं क्या आप इसे अग्रेषित करेंगे और सभी को प्रसारित करेंगे?  प्रत्येक से अनुरोध है कि इसे 4 दिनों में 100 व्यक्तियों को अग्रेषित करें।  आपके राज्य के भीतर ही नहीं बल्कि सभी भारतीयों को इसे फॉरवर्ड किया जाना चाहिए।

वन लाइनर गीता - One Liner Geeta Saar

वन लाइनर गीता -

अध्याय 1 - गलत सोच ही जीवन की एकमात्र समस्या है।

अध्याय 2- सहीज्ञान हमारी सभी समस्याओं का अंतिम समाधान है

अध्याय 3 - निःस्वार्थता ही प्रगति और समृद्धि का एकमात्र मार्ग है।

अध्याय 4 - प्रत्येक कार्य प्रार्थना का कार्य हो सकता है।

अध्याय 5-व्यक्तित्व के अहंकार को त्यागें और अनंत के आनंद का आनंद लें।

अध्याय 6 - प्रतिदिन उच्च चेतना से जुड़ें।

अध्याय 7 - आप जो सीखते हैं उसे जिएं।

अध्याय 8 - अपने आप को कभी मत छोड़ो।

अध्याय 9 - अपने आशीर्वाद को महत्व दें।

अध्याय10-चारों ओर देवत्व देखें 

अध्याय 11-सत्य को जैसा है वैसा देखने के लिए पर्याप्त समर्पण करें

अध्याय 12 -अपने मन को उच्चतर में लीन करें।

अध्याय 13-माया से अलग होकर परमात्मा से जुड़ो।

अध्याय14-एक ऐसी जीवन-शैली जिएं जो आपकी दृष्टि से मेल खाती हो।

अध्याय15-देवत्व को प्राथमिकता दें।

अध्याय 16 - अच्छा होना अपने आप में एक पुरस्कार है।

अध्याय 17 - सुखद पर अधिकार चुनना शक्ति की निशानी है।

अध्याय 18 - चलो चलें, ईश्वर के साथ मिलन की ओर बढ़ते हैं।

(इन सिद्धांतों में प्रत्येक पर आत्म निरीक्षण करें)

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