Motivational Thoughts


एक बात ध्यान में रखनी चाहिये कि कभी दुसरो की प्रगति से अपनी तुलना मत करने लगना। एक जैसे तपने पर भी दो साधको को एक जैसा लाभ एक जितने ही समय में नही मिल पाता। अलग अलग साधक का अलग अलग कर्म संस्कारो का संग्रह होता है। किसी का अधिक किसी का कम। अतः पुरे संस्कार दूर होने में अलग अलग साधको को कम या अधिक समय लगता ही है।

HINDI QUOTES

🌷लेकिन यह ध्यान रखने की बात है की साधना का हर एक क्षण अपना लाभ देता है।

विपश्यना के धर्म पथ पर किया गया जरा सा भी परिश्रम निष्फल नही होता।

अतः धीरज के साथ और दृढ़ता के साथ साधना के पथ पर आगे बढ़ते रहो।कल्याण ही होगा।

  •  Never stop learning, because life never stop teaching.
  • Wish you very awesome, blessed, choicest, enjoyable, fantastic, great, successful n wonderful 


जिंदगी में कुछ नेक काम,

ऐसे भी करने चाहिए,

जिनका खुदा के सिवा,

कोई दूसरा गवाह न हो।



अभिमान तब आता है,

जब हमें लगता है हमने 

कुछ काम किया है और

सम्मान तब मिलता है,

जब दुनिया को लगता है कि 

आपने कुछ महत्वपूर्ण काम किया है।


  • जो दूसरों को इज़्ज़त देता है,

असल में वो खुद इज़्ज़तदार

होता है क्योकि इंसान

दूसरों को वही दे पाता है,

जो उसके पास होता है।

  • बातें व्यर्थ हैं। अनुभव व्यर्थ नहीं। आत्मा, परमात्मा, मोक्ष शब्द की भाति, विचार की भाति दो कौड़ी के हैं। अनुभव की भांति उनके अतिरिक्त और कोई जीवन नहीं।

  •  बुद्ध ने मोक्ष को व्यर्थ नहीं कहा है, मोक्ष की बातचीत को व्यर्थ कहा है। परमात्मा को व्यर्थ नही कहा है। लेकिन परमात्मा के संबंध में सिद्धातों का जाल, शास्त्रों का जाल, उसको व्यर्थ कहा है।

  • मनुष्य इतना धोखेबाज है कि वह अपनी ही बातों से स्वय को धोखा देने में समर्थ हो जाता है। ईश्वर की बहुत चर्चा करते-करते तुम्हें लगता है ईश्वर को जान लिया। इतना जान लिया ईश्वर के संबंध में, कि लगता है ईश्वर को जान लिया। लेकिन ईश्वर के संबंध में जानना ईश्वर को जानना नहीं है। 

  • यह तो ऐसा ही है जैसे कोई प्यासा पानी के संबंध में सुनते-सुनते सोच ले कि पानी को जान लिया। और प्यास तो बुझेगी नहीं। पानी की चर्चा से कहीं प्यास बुझी है! परमात्मा की चर्चा से भी प्यास न बुझेगी। और जिनकी बुझ जाए, समझना कि प्यास लगी ही न थी।

जिस शरीर के साथ हम पैदा हुए

उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं..

 किन्तु....... 

जिस चरित्र, व्यक्तित्व और किरदार

के साथ हम विदा होंंगे

उसके लिए हम खुद जिम्मेदार होंगे..!!



1- शब्दकोश में असंख्य शब्द होते हुए भी...

👍मौन होना सब से बेहतर है। 

2- दुनिया में हजारों रंग होते हुए भी...

👍सफेद रंग सब से बेहतर है। 

3- खाने के लिए दुनिया भर की चीजें होते हुए भी...

👍उपवास शरीर के लिए सबसे बेहतर है। 

4- देखने के लिए इतना कुछ होते हुए भी...

👍बंद आँखों से भीतर देखना सबसे बेहतर है। 

5- सलाह देने वाले लोगों के होते हुए भी...

👍अपनी आत्मा की आवाज सुनना सबसे बेहतर है। 

6- जीवन में हजारों प्रलोभन होते हुए भी...

👍सिद्धांतों पर जीना सबसे बेहतर है।

इंसान के अंदर जो समा जायें वो


             " स्वाभिमान "

                    और

जो इंसान के बाहर छलक जायें वो

             " अभिमान "


🔹जब भी बड़ो के साथ बैठो तो    

      परमेश्वर का धन्यवाद करो ,

     क्योंकि कुछ लोग 

      इन लम्हों को तरसते हैं ।

🔹जब भी अपने काम पर जाओ 

      तो परमेश्वर का धन्यवाद करो

     क्योंकि

     बहुत से लोग बेरोजगार हैं ।

🔹 परमेश्वर का धन्यवाद कहो 

     जब तुम तन्दुरुस्त हो , 

     क्योंकि बीमार किसी भी कीमत पर सेहत खरीदने की ख्वाहिश रखते हैं ।

🔹 परमेश्वर का धन्यवाद कहो 

      की तुम जिन्दा हो , 

      क्योंकि मरते हुए लोगों से पूछो 

      जिंदगी की कीमत क्या है।

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